Maun Muskaan Ki Maar (मौन मुस्कान की मार) by Ashutosh Rana । Hindi book
जब परिचय की बात आती है तो हम तथ्यों' पर बल देते हैं सहजता से बता ले जाते हैं कि जन्म कहाँ हुआ। कब हुआ। माता पिता कौन हैं लेकिन क्या ये तथ्य ही हमारा परिचय है ?
मेरा मानना है कि जितना अधिक प्रभाव तथ्य का होता है, उतना अधिक प्रभाव सत्य का भी होता है और मेरे विचार से इसी सत्य को जानने के लिए हम संसार में जन्म लेते हैं
तथ्यों की जब हम बात करते हैं तो यह ठीक है कि मैं 10 नवंबर को पैदा हुआ, मध्य प्रदेश के एक छोटे से कस्बे में जिसका नाम गाडरवारा है। पिता का नाम श्री रामनारायणजी और माता का नाम श्रीमती सीता देवीजी हैं। मैंने प्रारंभिक व उच्च शिक्षा विभिन्न स्थानों-गाडरवारा, अहमदाबाद, जबलपुर व सागर विश्वविद्यालय में ग्रहण की और फिर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा दिल्ली से स्नातक (ड्रामेटिक्स) होने के बाद जीविकोपार्जन के लिए मैं मुंबई आ गया। कई सारी फिल्में को कई सारे पुरस्कार मिल गए। सत्कार भी हो गया, लेकिन क्या यहीं मेरा परिचय है ?
वास्तव में हम संसार से परिचय ही इसलिए करते हैं, क्योंकि हम स्वयं से परिचय प्राप्त करना चाहते हैं। स्वयं से परिचय प्राप्त करने की प्रक्रिया में हम संसार से परिचित होते चले जाते हैं। लेकिन स्वयं को जानना सृष्टि की जटिलतम रहस्यमयी प्रक्रिया है। इस रहस्य का अनावरण समर्थ सद्गुरु ही कर पाते हैं। मेरा सौभाग्य है कि मैं अपने सद्गुरु परमपूज्य दद्दाजी की शरण में हैं। स्व से साक्षात्कार का प्रयास निरंतर प्रवाहमान है और इसी प्रवाह में अपने देश काल और परिस्थितियों से तादात्म्य स्थापित करने का प्रयत्न करता हूँ। इन्हीं प्रयत्नों के सुखद परिणाम के रूप में भी इस पुस्तक को आप देख सकते हैं।
अंततः यदि स्वयं को मैं ब्रह्मांड का एक अणु अंश मानूँ तो मेरी इस मान्यता के पीछे भी मेरे पूज्य गुरुवर ही हैं, जिन्होंने मेरा परिचय मेरे भीतर स्थित ब्रह्मांड से करवाया। मैं उनका ही हूँ उनसे ही हूँ।
हाल ही में मेरे उपन्यास 'रामराज्य' ने अपार लोकप्रियता पाई है। - आशुतोष राणा
मेरा मानना है कि जितना अधिक प्रभाव तथ्य का होता है, उतना अधिक प्रभाव सत्य का भी होता है और मेरे विचार से इसी सत्य को जानने के लिए हम संसार में जन्म लेते हैं
तथ्यों की जब हम बात करते हैं तो यह ठीक है कि मैं 10 नवंबर को पैदा हुआ, मध्य प्रदेश के एक छोटे से कस्बे में जिसका नाम गाडरवारा है। पिता का नाम श्री रामनारायणजी और माता का नाम श्रीमती सीता देवीजी हैं। मैंने प्रारंभिक व उच्च शिक्षा विभिन्न स्थानों-गाडरवारा, अहमदाबाद, जबलपुर व सागर विश्वविद्यालय में ग्रहण की और फिर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा दिल्ली से स्नातक (ड्रामेटिक्स) होने के बाद जीविकोपार्जन के लिए मैं मुंबई आ गया। कई सारी फिल्में को कई सारे पुरस्कार मिल गए। सत्कार भी हो गया, लेकिन क्या यहीं मेरा परिचय है ?
वास्तव में हम संसार से परिचय ही इसलिए करते हैं, क्योंकि हम स्वयं से परिचय प्राप्त करना चाहते हैं। स्वयं से परिचय प्राप्त करने की प्रक्रिया में हम संसार से परिचित होते चले जाते हैं। लेकिन स्वयं को जानना सृष्टि की जटिलतम रहस्यमयी प्रक्रिया है। इस रहस्य का अनावरण समर्थ सद्गुरु ही कर पाते हैं। मेरा सौभाग्य है कि मैं अपने सद्गुरु परमपूज्य दद्दाजी की शरण में हैं। स्व से साक्षात्कार का प्रयास निरंतर प्रवाहमान है और इसी प्रवाह में अपने देश काल और परिस्थितियों से तादात्म्य स्थापित करने का प्रयत्न करता हूँ। इन्हीं प्रयत्नों के सुखद परिणाम के रूप में भी इस पुस्तक को आप देख सकते हैं।
अंततः यदि स्वयं को मैं ब्रह्मांड का एक अणु अंश मानूँ तो मेरी इस मान्यता के पीछे भी मेरे पूज्य गुरुवर ही हैं, जिन्होंने मेरा परिचय मेरे भीतर स्थित ब्रह्मांड से करवाया। मैं उनका ही हूँ उनसे ही हूँ।
हाल ही में मेरे उपन्यास 'रामराज्य' ने अपार लोकप्रियता पाई है। - आशुतोष राणा
अनुक्रम:
लामचंद की लालबत्ती
गप्पी और पप्पी
गंधी वृक्ष
आभासी क्रांति
भक्क नारायण महाराज
अंतरात्मा का जंतर-मंतर और तंतर
बीसीपी उर्फ भग्गू पटेल
आत्माराम विज्ञानी
राम रवा लपटा महाराज
लाठी गली
यह कलियुग है
बिस्पाद गुधौलिया
चित्त और वित्त
गुंचई का गीता ज्ञान
मैं का मोह
हैप्पी बर्थ डे बापू
तीनबत्ती की सिंहासन बत्तीसी
अर्थी का अर्थ
धप्पू
सब्र का फल और कब्र का फल
मनोविज्ञान के कुछ क्रांतिकारी सूत्र
यश और राज की दीवार
‘G’ की शक्ति
मकर संक्रांति नहीं, कर की क्रांति
मुरलीमनोहर श्यामबिहारी उर्फ बड्डे
मौन मुस्कान की मार
शॉर्टकट/कटशॉर्ट
लामचंद की लालबत्ती
गप्पी और पप्पी
गंधी वृक्ष
आभासी क्रांति
भक्क नारायण महाराज
अंतरात्मा का जंतर-मंतर और तंतर
बीसीपी उर्फ भग्गू पटेल
आत्माराम विज्ञानी
राम रवा लपटा महाराज
लाठी गली
यह कलियुग है
बिस्पाद गुधौलिया
चित्त और वित्त
गुंचई का गीता ज्ञान
मैं का मोह
हैप्पी बर्थ डे बापू
तीनबत्ती की सिंहासन बत्तीसी
अर्थी का अर्थ
धप्पू
सब्र का फल और कब्र का फल
मनोविज्ञान के कुछ क्रांतिकारी सूत्र
यश और राज की दीवार
‘G’ की शक्ति
मकर संक्रांति नहीं, कर की क्रांति
मुरलीमनोहर श्यामबिहारी उर्फ बड्डे
मौन मुस्कान की मार
शॉर्टकट/कटशॉर्ट
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Book details:-
Book details:-
- Publisher : Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.; First Edition (1 January 2020); Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.
- Language : Hindi
- Paperback : 200 pages
- ISBN-10 : 9789352669820
- ISBN-13 : 978-9352669820
- Item Weight : 200 g
- Dimensions : 2 x 14 x 22 cm
- Type of book : हिंदी उत्साह
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