October Junction (अक्टूबर जंक्शन) । Hindi Book - Your favorite Hindi book online: A complete guide । अपनी पसंद की हिंदी पुस्तक ऑनलाइन खरीदें
SUBTOTAL :
क्या आप पढ़ने के लिए परिचित या अपरिचित हिंदी पुस्तकों की तलाश कर रहे हैं? या समझ में नहीं आता कि कौन सी कहानी, उपन्यास या किताब पढ़ें और कहाँ से खरीदें। तब यह वेबसाइट आपको सर्वश्रेष्ठ पुस्तकें प्राप्त करने में मदद करेगी। ताकि पढ़ने के बाद पास्ता में न हो। आइए अपनी पुस्तकों को चयनित बेस्टसेलर पुस्तकों में से चुनें। दुनिया के पुस्तक प्रेमियों को बधाई।

Hind Yugm Hindi Books उपन्यास संग्रह दिव्य प्रकाश दुबे
October Junction (अक्टूबर जंक्शन) । Hindi Book

October Junction (अक्टूबर जंक्शन) । Hindi Book

Hind Yugm Hindi Books उपन्यास संग्रह दिव्य प्रकाश दुबे
Short Description:

किताब का विवरण

 
October Junction (अक्टूबर जंक्शन) by Divya Prakash Dubey
दिव्य प्रकाश दुबे:
बेस्टसेलर 'मसालाचाय' और 'शर्ते लाग' लिखने के बहत समय बाद तकदिव्य प्रकाश दबेको यही माना जाता था कि वे ठीक-ठाक कहानियाँ लिख लेते हैं। लेकिन अब जब वे 'स्टोरीबाज़ी' में कहानियाँ सुनाते हैं तो लगता है कि वे ज्यादा अच्छी कहानियाँ सुनाते हैं। TEDx में बोलने गए तो टशन-टशन में हिंदी में बोलकर चले आए। इनकी संडे वाली चिट्ठी बहुत पॉपुलर है। तमाम लिटेरचर फेस्टिवल्स, इंजीनियरिंग एवं MBA कॉलेज जाते हैं तो अपनी कहानी सुनाते-सुनाते एक-दो लोगों को लेखक बनने की बीमारी दे आते हैं। पढ़ाई-लिखाई से B.Tech-MBA हैं। साल 2017 में MBA टाइप नौकरी को अलविदा कह चके हैं। साल 2016 में छपे अपने उपन्यास 'मुसाफिर Cafe' की बंपर सफलता के बाद दिव्य प्रकाश 'नई वाली हिंदी' के पोस्टर-बॉय की तरह देखे जाने लगे हैं। यह इनकी चौथी किताब है।

कहानी का विषय :
चित्रा और सुदीप सच और सपने के बीच की छोटी-सी खाली जगह में ‍१० अक्टूबर २०१० को मिले और अगले १० साल हर १० अक्टूबर को मिलते रहे। एक साल में एक बार, बस। अक्टूबर जंक्शन के ‘दस दिन’ १०/अक्टूबर/ २०१० से लेकर १०/अक्टूबर/२०२० तक दस साल में फैले हुए हैं।
एक तरफ सुदीप है जिसने क्लास बारहवें  के बाद पढ़ाई और घर दोनों छोड़ दिया था और मिलियनेयर बन गया। वहीं दूसरी तरफ चित्रा है, जो अपनी लिखी किताबों की पॉपुलैरिटी की बदौलत आजकल हर लिटरेचर फेस्टिवल की शान है। बड़े-से-बड़े कॉलेज और बड़ी-से-बड़ी पार्टी में उसके आने से ही रौनक होती है। हर रविवार उसका लेख अखबार में छपता है। उसके आर्टिकल पर सोशल मीडिया में तब तक बहस होती रहती है जब तक कि उसका अगला आर्टिकल नहीं छप जाता।
हमारी दो जिंदगियाँ होती हैं। एक जो हम हर दिन जीते हैं। दूसरी जो हम हर दिन जीना चाहते हैं, अक्टूबर जंक्शन उस दूसरी ज़िंदगी की कहानी है। ‘अक्टूबर जंक्शन’ चित्रा और सुदीप की उसी दूसरी ज़िंदगी की कहानी है।
 
Buy this Hindi book online- October Junction (अक्टूबर जंक्शन) by Divya Prakash Dubey
Book details:-
  • Publisher ‏ : ‎ Hind Yugm; First edition (1 January 2019)
  • Language ‏ : ‎ Hindi
  • Paperback ‏ : ‎ 150 pages
  • ISBN-10 ‏ : ‎ 9387464407
  • ISBN-13 ‏ : ‎ 978-9387464407
  • Item Weight ‏ : ‎ 130 g
  • Dimensions ‏ : ‎ 20 x 14 x 4 cm
  • Type of book : उपन्यास

0 Reviews:

Post Your Review